चीनी की चाशनी से तैयार आंवले मुरब्बे को तो सभी खाते हैं, लेकिन आज हम चीनी से परहेज करने वालों और गुड़ के शौकीनों के लिए खास लाए हैं- आंवला मुरब्बा गुड़ वाला.
आवश्यक सामग्री - Ingredients for Amla murabba with Jaggery
- आंवले - 7 (250 ग्राम)
- गुड़- 1.25 कप (300 ग्राम) (क्रम्बल किया हुआ)
- नींबू- 1
विधि - How to make Amla Murabba with Jaggery
आंवलों को पानी से धोकर सुखा लीजिए.
आंवले भाप में पकाएं
किसी भगोने में 2 कप पानी लेकर
उबलने रख दीजिए. पानी को ढक दीजिए ताकि पानी में जल्दी से उबाल आ जाए.
पानी में उबाल आने पर भगोने के ऊपर एक छलनी रख दीजिए और इसमें आंवले रख
दीजिए. आंवलों को ढककर मध्यम आंच पर भाप में पूरे 8 मिनिट पकने दीजिए.
भाप में पकने पर आंवले नरम हो जाएंगे, तब गैस बंद कर दीजिए. आंवलों को निकालकर प्लेट में रख लीजिए ताकि ये जल्दी से ठंडे हो जाएं. बाद में, आंवलों में फॉर्क से छेद कर दीजिए और एअर टाइट कन्टेनर में डाल दीजिए. आंवलों के ऊपर गुड़ डालकर कन्टेनर बंद कर दीजिए. अगर आपके यहां धूप आती है, तो कन्टेनर को 2 दिन की धूप में रख दीजिए, वरना इसे कमरे में ही रख लीजिए. गुड़ के पिघलने पर चाशनी बन जाएगी.
चाशनी गाढ़ी करें
2 दिन बाद, आंवलों से अच्छा जूस
निकल आया है, गुड़ की अच्छी चाशनी बन गई है, लेकिन चाशनी पतली है. इसे
गाढ़ा करने के लिए कढ़ाही में आंवलों को चाशनी समेत पकने के लिए डाल दीजिए
और गुड़ की चाशनी को थोड़ा सा गाढ़ा होने तक पका लीजिए.
बाद में, चाशनी को चैक कीजिए. चमचे से चाशनी को गिराएं, इसकी बूंदे धीरे-धीरे गिरे, तो चाशनी गाढ़ी होकर तैयार है. चाशनी गाढ़ी होने में कुल 5 मिनिट का समय लगता है.
मुरब्बा तैयार है. इसे ठंडा होने दीजिए. इसके ठंडा होने पर इसमें नींबू का रस डाल दीजिए और मुरब्बे को प्याले में निकाल लीजिए.
स्वाद और सेहत से भरपूर गुड़ वाला आंवले का मुरब्बा तैयार है. सर्दियों में आंवले बहुतायत में मिलते हैं. इस समय मुरब्बा बनाकर रख लिया जाए, तो गर्मियों में बेहद फायदेमंद रहता है. रोजाना एक आंवले का मुरब्बा खाया जाए, गर्मी से बहुत राहत मिलती है.
सुझाव
- मुरब्बा बनाने के लिए बड़े किस्म के आंवले लीजिए. इनका स्वाद कम खारा होता है.
- जिस कन्टेनर में मुरब्बे को रखे, उसको गरम पानी से धोकर धूप में अच्छे से सुखाकर ही यूज करें.
- आप चाहे, तो चाशनी गाढ़ी करने के बदले इस मुरब्बे को धूप में रखकर भी बना सकते हैं लेकिन उसमें 15 से 20 दिन लग जाएंगे. धूप में रखने से आंवलों का जूस सूख जाता है, चाशनी गाढ़ी होकर मुरब्बा तैयार हो जाता है.
- मुरब्बा में अच्छा स्वाद और हल्की खटास लाने के लिए नींबू डाला गया है क्योंकि मुरब्बा काफी मीठा होता है.
- आप चाहे, तो मुरब्बे में थोड़ी सी काली मिर्च और काला नमक भी डाल सकते हैं. इससे भी मुरब्बा अधिक स्वादिष्ट बनता है.
- मुरब्बे को भाप में पकाने से इसके पौष्टिक तत्व बचे रहते हैं.
- मुरब्बे को लंबे समय तक स्टोर करने के लिए, मुरब्बे को चाशनी में पूरी तरह से डुबोकर रखें. अगर चाशनी कम रह जाती है, तो थोडी सी गुड़ की चाशनी और बनाकर इसमें मिला लें.
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